Video: इस जंगली हाथी ने पूरे इलाके में मचा रखी थी दहशत, पकड़े जाने पर नाम रखा गया ‘धोनी’, जानें वजह

 

पलक्कड़: केरल के पलक्कड़ जिले में स्थित मंडूर और धोनी गांव के लोग पिछले छह महीने से हाथी के दहशत में थे. ऐसे में रविवार को वन विभाग की टीम ने पशु चिकित्सा सर्जन अरुण जकारिया के नेतृत्व में पीटी-7 (पलक्कड़ टस्कर) नाम से मशहूर हाथी को ट्रेंक्यूलाइज कर गया. रेस्क्यू टीम ने कई घंटों की मशक्कत के बाद हाथी को पिंजड़े में बंद किया. इस ऑपरेशन के सफल अंत के बाद केरल के वन मंत्री ए के ससींद्रन ने इस जंगली हाथी को ‘धोनी’ नाम दिया. हाथी का यह नाम उस गांव पर रखा गया, जहां इसने छह महीने से आतंक फैला रखाया था.

मिठाई बांटकर मनाया जश्न
इस हाथी के पकड़े जाने के बाद धोनी और मुंदूर गांव में लोगों ने मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया. कहा जाता है कि कुछ महीने पहले इस हाथी ने एक मॉर्निंग वॉकर की हत्या कर दी थी. वहीं, हाथी के पकड़े जाने पर सर्जन अरुण जकारिया ने मीडिया को बताया, ‘हाथी को पकड़ने के लिए 82 वन अधिकारियों की एक विशेष टीम का गठन किया गया था. दिन-रात हमारे कर्मी हाथी पर नजर बनाए हुए थे, लेकिन हाथी हर बार चकमा देकर जंगल भाग जाता है. लेकिन इस बार हमें उसे बेहोश करने में सफलता मिली.’

देखें वीडियो-

प्रशिक्षित हाथियों का लिया गया मदद
धोनी पलक्कड़ से 12 किलोमीटर दूर धुंध भरे पहाड़ों और झरने के बीच आरक्षित वन (Reserve Forest) है. ट्रैकिंग और डार्टिंग टीमों ने शनिवार को भोर से ही हाथी को पकड़ने के प्रयास शुरू कर दिए थे. हालांकि, हाथी को पकड़ना बहुत मुश्किल हो गया जब वो पहाड़ी की खड़ी ढ़लान के ऊंचाई पर जाकर खड़ा हो गया. लेकिन महावत के नेतृत्व में तीन प्रशिक्षित हाथी- भरत, विक्रम और सुरेंद्रन ने पीटी-7 हाथी को घेर लिया. उसके बाद हाथी को बेहोश कर उसके चेहरे को काले कपडे से ढंक कर और उसके पैरों को रस्सी से बांधकर ट्रक पर चढ़ाया गया.

इलाके में दहशत, हत्या भी कर चुका था

पिछले साल 8 जुलाई को जंबो ने धोनी गांव के पास मॉर्निंग वॉक पर निकले शिवरामन नाम के शख्स को मार डाला था. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वो हाथी पीटी-7 ही था. इस हाथी को ‘धोनी’ नाम दे दिया गया है. ये हाथी कुमकी हाथियों के बीच में रहकर ट्रेनिंग करेगा. 

 

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