रिपोर्ट: पंकज कपाही
चंडीगढ़: पंजाब (Punjab News) में पीसीएस अधिकारी (PCS officials Mass leave) साथी की कथित ‘अवैध’ गिरफ्तारी के विरोध में सामूहिक अवकाश पर गए सभी अफसरों को मान सरकार ने अल्टीमेटम जारी किया है और सस्पेंड करने की धमकी दी है. अफसरों के सामूहिक अवकाश पर सख्ती दिखाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann) ने आज यानी बुधवार दोपहर 2 बजे तक अपने काम पर वापस नहीं लौटने पर हड़ताल पर गए सभी अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया है. बता दें कि पंजाब लोक सेवा (पीसीएस) के अधिकारी लुधियाना में राज्य सतर्कता ब्यूरो द्वारा उनके एक साथी की गिरफ्तारी के विरोध में 5 दिन के लिए सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर चले गए हैं.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश में कहा गया है कि मेरे संज्ञान में यह बात आई है कि कुछ ऑफिसर हड़ताल के मद्देनजर ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं. भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा लिए गए मजबूत एक्शन के खिलाफ वे प्रदर्शन कर रहे हैं. मैं यहां स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है. इस तरह के हड़ताल को ब्लैकमेलिंग माना जाएगा. यह किसी भी जिम्मेदार सरकार द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसलिए आप सभी इस हड़ताल को अवैध करार दें और आज दोपहर 2 बजे तक ड्यूटी पर वापस लौटें, वरना ऐसा नहीं करने वाले अफसरों को सस्पेंड कर दिया जाएगा.

सामूहिक अवकाश पर गए पंजाब के पीसीएस अधिकारियों पर पंजाब सरकार सख्त.
गौरतलब है कि पीसीएस अधिकारी राज्य सतर्कता ब्यूरो द्वारा लुधियाना आरटीए की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं. उपायुक्त कार्यालय व तहसीलों के लिपिकीय अमले ने भी अपनी लंबित मांगों को लेकर अधिकारियों का साथ दिया है और इस हड़ताल में शामिल हैं. अवकाश पर जाने का फैसला पंजाब प्रशासनिक सेवा अधिकारी संघ ने रविवार को लिया था.
संघ के अध्यक्ष रजत ओबराय ने बताया कि पूरे राज्य में 235 पीसीएस अधिकारी सामूहिक अवकाश पर गए हैं. सतर्कता ब्यूरो ने बताया कि क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण लुधियाना में तैनात पीसीएस अधिकारी नरिंद्र सिंह धालीवाल को नियमों का उल्लंघन करने वाले मालिक से चालान में छूट देने की एवज में कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था.